Categories गज़लसुकवि बुधराम यादव जी के गज़ल Post author By admin Post date January 4, 2013 1 Comment on सुकवि बुधराम यादव जी के गज़ल Tags Budhram Yadaw ← हमर मया मा दू आखर हे → सुक्खा तरिया म पानी One reply on “सुकवि बुधराम यादव जी के गज़ल”गुतुर गुतुर गोठ म बुधराम यादव के गोठ । सुटुर सुटुर लाइन म कहिगे बात कतका रोठ ।।Comments are closed.
One reply on “सुकवि बुधराम यादव जी के गज़ल”
गुतुर गुतुर गोठ म बुधराम यादव के गोठ ।
सुटुर सुटुर लाइन म कहिगे बात कतका रोठ ।।