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कविता

सोमदत्त यादव के कविता

गांव-गांव म जनमानस के
आँखी खोलईया आँधी के जरुरत हे,
आज फेर मोर देश ल
महात्मा गाँधी के जरुरत हे ।
कोन कइथे,आज हम आजाद हन ?
हम तो भीतर-बाहिर सफा कोती बर्बाद हन
आज फिर से हमला आजादी के जरुरत हे ,,
आज फेर मोर देश ल
महात्मा गाँधी के जरुरत हे ।।
भीतर म नक्सली,बाहिर म आतंकी
देश म आज दहशत हे,
सोन चिरईया हरियर भुइयां
लाल लहू ले लतपथ हे।
सत्य ,अहिंसा,दया,प्रेम इत्यादि के जरुरत हे,,
आज फेर मोर देश ल
महात्मा गाँधी के जरुरत हे ।।
मिलके लडी़स आजादी के लडा़ई
हिंदू -मुस्लिम ,सिक्ख,ईसाई ,
वो एकता के समाज नंदागे
अब जाति आरक्षण बर मरत हे,
एक दूसर बर बैर के आगी
अब मार भंभका बरत हे ।
भारत माँ के मान के खातिर
जुर-मिल चलईया वादी के जरुरत हे ,,
आज फेर मोर देश ल
महात्मा गाँधी के जरुरत हे ………..

सोमदत्त यादव
मोहदी (जावा), रायपुर (छ.ग.)
मो -9165787803