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कविता

सोसन अउ कानून (कबिता ) : सुशील भोले

बछरू हा एक दिन गाय जघा पूछिस
दाई सोसन काला कहिथे !

तब गाय कहिस – बेटा तैंहा जुच्‍छा पैरा ला,
पगुरावत रहिथस
अउ हमर मालिक हा मोर थन के दूध ला
दूह के अपन बेटा ला पियावत रहिथे
इही ला तो सोसन कहिथे !

तब बछरू हा गुसियावत कहिस
दाई ! का ये देस मा अइसन कानून नइये
जेमा हम सोसन करइया के खिलाफ लड सकन
अपन महतारी के दूध पी सकन

तब गाय कहिस – बेटा !
तैं इंहा के कानून ला नइ जानस रे !
इंहा तो जेखर हाथ मा लाठी अउ पइसा होथे
इंहा के कानून हा ओखरे बपौती होथे !

सुशील भोले
49/191 डॉ बघेल गली,
संजय नगर , रायपुर
मो. 98269 92811