चोला माटी के हे राम
एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे
चोला माटी के हे हो
हाय चोला माटी के हे राम
एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे
द्रोणा जइसे गुरू चले गे
करन जइसे दानी संगी, करन जइसे दानी
बाली जइसे बीर चले गे, रावन कस अभिमानी
चोला माटी के हे राम
एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे
कोनो रिहिस ना कोनो रहय भई आही सब के पारी
एक दिन आही सब के पारी
काल कोनो ल छोंड़े नहीं राजा रंक भिखारी
चोला माटी के हे राम
एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे
भव से पार लगे बर हे ते हरि के नाम सुमर ले संगी
हरि के नाम सुमर ले
ए दुनिया मा आके रे पगला जीवन मुक्ती कर ले
चोला माटी के हे राम
एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे
चोला माटी के हे हो
हाय चोला माटी के हे राम
एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे
हाय चोला माटी के हे राम
एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे …
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6 replies on “चोला माटी के हे राम”
छत्तीसगढ़ी साहित्य के एक ठन सोनहा आखर आय ये रचना अऊ ओतके सुघ्घर एखर संगीत हवय बधाई अऊ अशोक नारायण बंजारा जी अऊ संगीतकार जी ल शत -शत नमन।
sanjeev bhaiya,aapne aaj is maati ki phir se yad dilaya hai.
भावतीत
best songs
panthi nirgun bhajan jise karma style me nagin tanveer ne film pipaly live me gai hai jo desh bhar me lokpriy hui.chhatisgarhi geet sangeet dik- digant me vyapt ho parntu tathyatmak jankari bhi deni chahiye ..mul panthi dhun me ese koi bhi sun kar bhv-vibhor ho sakta hai
छत्तीसगढ़ी भाखा के ए गीत म कतका बड़े गुने के बात कहे गेहे। कवि अउ गायक गायिका संगीतकार मन ल अबबड़ेच बधाई