Categories
कविता

छत्तीसगढ़ म मउत “अमर” हे 

छत्तीसगढ़ म मउत “अमर” हे 
कोनो मरत हे त कसूर हमर हे
आंखी फूटिस, गरभ फूटिस 
उल्टी-दस्त म परान ह छूटिस
पीलिया-डायरिया म मरगे झारा-झारा
बता भला का जिम्मेदारी हमर हे
छत्तीसगढ़ म मउत “अमर” हे 
कोनो मरत हे त कसूर हमर हे
मै थोड़ेव मांगे रहेव सीएम ले पूछ
स्वास्थ बिभाग म होवय चाहे कुछ
न डाक्टर, न डाक्टरी, मै सिरिफ मंतरी
बता भला येमा का दोस हमर हे
छत्तीसगढ़ म मउत “अमर” हे 
कोनो मरत हे त कसूर हमर हे
मोला न दुख न गम हे
मोला का के भला सरम हे
सीएम करथे मोर बचाव 
गुड़ाकू हमार धरम हे
मउत म घलोक हांस परथव
जेन मन म आथे तेन कहिथव
काबर
काबर इहां चलथे मरजी हमर हे
छत्तीसगढ़ म मउत “अमर” हे 
कोनो मरत हे त कसूर हमर हे
image
पं. वैभव “बेमेतरिहा