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प्रहेलिकायें शब्‍दकोश

जनउला (प्रहेलिकायें)





1) बीच तरिया में टेड़गी रूख।
2) फाँदे के बेर एक ठन, ढीले के बेर दू ठन।
3) एक महल के दू दरवाजा, वहाँ से निकले संभू राजा।
4) ठुड़गा रूख म बुड़गा नाचे।
5) कारी गाय कलिन्दर खाय, दुहते जाय पनहाते जाय।
6) कोठा में अब्बड़ अकन छेरी, फेर हागे त लेड़ी नहीं।
7) अँउर न मँउर, बिन फोकला के चउँर।
8) नानचून टूरा, कूद-कूद के पार बाँधे।
9) नानूक टूरा, राजा संग खाय ल बैइठे।
10) नानचून बियारा में, खीरा बीजा।
11) तरिया पार में फट-फीट, तेकर गुदा बड़ मिठ।
12) तरी बटलोही उपर डंडा, नइ जानही तेला परही डंडा।
13) छुए म नरम, ओड़े म गरम, धरे म शरम।
14) सुत उठ के लड़ँगा नाच ।
15) एकझन कहे संझातिस झन, दूसर कहे पहातिस झन।
16) एकठन थारी में दु ठन अंडा, एक गरम एक ठंडा।
17) पूछी में पानी पियय, मूँड़ी ललीयाय।
18) जरकुल ददा, निरासा दाई, फूलमत बहिनी, फोदेला भाई।
19) डबरा मताय हस, कि करार ओदारे हस।
20) ददा के एक ठन, दाई के दुठन।
21) पाँच भाई नांगर जोते, दस भाई कोप्पर तीरे।
22) करिया बईला बैठे हे, लाल बईला भागत हे।
23) कका ल काकी चाबे, काकी ल सब लोग लइका चाबे।




24) दुरूग के डोकरी, पाछु डाहर मोटरी।
25) चार चौकड़ी गोल बजार, सोला रानी तीन यार।
26) पीठ कुबरा पेट चिरहा, नई जानही तेकर चाल किरहा।
27) थोकिन एला थोकिन ओला धर बैठेंव तोला।
28) दू झन में उचथे, पाव भर न छटाक भर।
29) तोर घर के जुनना सियान कोन ए।
30) छितका कुरिया में बाघ गुर्रावय।
31) बाप लड़ँगा, बेटा पोण्डा, नाती निंधा।
32) हरियर भाजी, साग में न भात में, खाय बर सुवाद में।
33) काँटे मा कटाय नहीं, भोंगे मा भोंगाय नहीं।
34) उपर पचरी नीचे पचरी, बीच में मोंगरी मछरी।
35) पानी के तीर-तीर चर बोकरा, पानी अँटागे मर बोकरा।
36) तीन गोड़ के टेटका मेरेर-मेरेर नरियाय, पाछू डाहर खुँदे त आगू डाहर हड़बड़ाय।
37) बाप अउ बेटा के नाम एके, नाती के नाम औरे, ए जनउला ल जानबे, तब मुहँ म डारबे कौंरे।
38) नानकुन टूरा, गोटानी असन पेट,  कहाँ जाथस टूरा, रतनपुर देश।
39) दिखे में लाल लाल, छिये में गूज-गूज, हा दाई चाबदिस दाई बड़ेेक जन बूबू।
40) ओमनाथ के बारी म, सोमनाथ के काँटा, एक फूल फूले, त पचीस पेंड़ भाँटा।
41) एक सींग के बोकरा मेरेर-मेरेर नरीयाय, मुहु डाहन चारा चरे, पाछु डाहन पघुराय।
42) सुलुँग सपेटा फुनगी में गाँठ, नई जानही तेकर नाक ल काँट।
43) टेंड़ेग बेंड़ेग बाँसुरी, बजाने वाला कौन, भऊजी गेहे मइके, मनानेवाला कौन।
44) फूल-फूले रिंगी-चिंगी, फर फरे कटघेरा, एक हानी ल जानबे तभे जाबे अपन डेरा।
45) नीलकंठ राजा नहीं, चार गोड़ घोड़ा नहीं, लाम लँगूर बानर नहीं।
46) लाल मुहँ के छोकरी हरियर फीता गंथाय, निकले कहुँ बजार में, त हाँथो हाँथ बेचाय।
47) पानी भीतर के कमनीन बपरी, लम्बा-लम्बा केंस,  बारा लइका के महतारी होगे, फेर नइ हे पुरूष संग भेंट।




उत्तर – 1. चिंगरी मछरी 2. दतवन 3. रेमट 4. टँगिया 5. कुआँ 6. चाँटी 7. मउहा 8. सूजी 9. माछी 10. दाँत 11.नरियर 12. जिमीकाँदा 13. कथरी 14. बाहरी 15. दिन-रात 16. सुरूज चंदा 17. दीया 18. कुम्हड़ा 19. बासी-भात 20. गोत्र 21. दतवन 22. आगी 23. कांड़-भदरी 24.मेकरा 25. पासा 26. कउ़ड़ी 27. सील-लोड़हा 28. झगड़ा29. पाटी 30. जांता 31. मउहा 32. पान 33. छइँहा 34.जीभ 35. दीया 36. ढेंकी 37. मउहा 38. नरियल 39.मिरचा 40. भसकटिया 41. जांता 42. बाँस 43. नदिया44. भसकटिया 45. टेटका 46. बंगाला 47. ढुलेना काँदा

सुरेश सिंह बनाफर जी के व्‍हाट्स एप ले साभार



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