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गीत

तोर मुसकी ढ़रत रूप

 

तोर मुसकी ढ़ारत रूप ओ दाई नैनन में मोर बसगे।
नैनन में मोर बसगे ओ दाई हिरदय में मोर बसगे।

तोर मुसकी ढ़ारत रूप

हीरा जड़े तोर माथ मटु़किया लाली बिंदिया सोहे।
चंदा सुरूज तोर नैना माता भक्तन के मन मोहे।
तोर कजरा तीर कमान ओ माता नैनन में मोर बसगे।

तोर मुसकी ढ़ारत रूप..

कभू सोनहा हार पहिरे कभू मूड़़ी के माला।
दानव दल संघारे खातिर धरे तिरसुल भाला।
तोला सुमिरे बेद पुरान ओ दाई नैनन में मोर बसगे।

तोर मुसकी ढ़ारत रूप…

पानी पवन अऊ रूख राई दाई तोर किरपा ले ड़ोले।
बघवा नाचे मगन होके चिरई चिरगुन बोले।
तोर महिमा अगम अपार ओ दाई नैनन में मोर बसगे।

तोर मुसकी ढ़ारत रूप…

छुनुक छुनुक तोरै पैजन बाजे खन खन बाजे कंगना।
तोर चरन के तीर मा दाई,मीरा ,के हे रहना।
मोर नइया लगादे पार ओ दाई नैनन में मोर बसगे।

तोर मुसकी ढ़ारत रूप ओ दाई नैनन में मोर बसगे।
नैनन में मोर बसगे ओ दाई हिरदय में मोर बसगे।

केंवरा यदु मीरा
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