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गोठ बात

नवा बछर के आवभगत


अघ्घन अउ पूस के पाख चलत हे जेला सरमेट के अंगरेजी कलेंडर म दिसम्बर महिना कहे जाथे ! जब तक सुरुज निटोरही नही सहर भर जाड़ बरसत रइथे ! जाड़ के मारे ए मेर ल ओ मेर के मनखे मन सब गरम ओढ़ना मं दिखथैं !

गाड़ी-मोटर मन रात-बिकाल अउ बिहनहे के झुलझुलहा होत ले सरपट-सरपट दउँड़त रइथे ! गाड़ी मोटर तो बड़ बाय होगे हे हारन ल अतका बजाथें के कान के परदा घलो हर फुट जाही सड़क तीर के मन कइसे बसर करथें ओही मन जानहीं ! हमर छत्तीसगढ़ बर अघ्घन अउ पूस पाख ह बहुंते पावन होथे पूस पाख ह छत्तीसगढ़ म नव जन जागरिति के संदेस लेके आथे अघ्घन पाख के पहिलिच तारिख मं विस्व एड्स दिवस परथे जेमा कतको संगठन मन कार्यकरम कर कर के लोगन मन ल एड्स के जानकारी देथें ! उहिंचे हमर छत्तीसगढ़ सासन के डाहर ले विग्यापन,नाटक,पर्चा,गीत कईठन उदिम करके लोगन मन तक एड्स ले बांचे के सावचेत रहे के अउ दुखिया लंग कईसन बैवहार करना चाही एकर प्रति जागरुक होय के संदेस देथैं ! एड्स दिवस के बाद अघ्घन ५ सुक्ल के तुरते अघ्घन ४ दिसम्बर के जल सेना दिवस पड़िच ! जल सेना दिवस ल सासन बिभागी रुप म बने मनईस ,जल सेना के जानकारी पेपर अउ टीबी मन म देखाईस ! अब बात काहत अघ्घन ७ लग गे जेला अंगरेजी कलेंडर ६ दिसम्बर कइथे ! ६ दिसम्बर के वों परब आय जेन दिन आधुनिक भारत के पिता अउ हमर देस के संविधान सिल्पि बोधिसत्व बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर जी के स्मृतिदिवस महापरिनिरबान होय रहिस अउ मानवता के महामानव ल छत्तीसगढ़ सासन के संगे संग छत्तीसगढ़िया जनता मन श्रध्दांजलि अरपित करके सुरता करिन !

महामानव के सुरता म दिन अइसे बितिच के गम नई लागिस के कब १० दिसम्बर आ गईस ! आज के दिन ल विस्व भर म मानवता के हक अधिकार के रुप म मनाय जाथे जेला हमन सब मानव अधिकार दिवस के नाव ले जानथन ! १० दिसम्बर ल यूनेस्को हर दुनिया भर के मनखे के हक अधिकार के दिन के रुप म घोसित करे हे जेला जम्में देस म मनाथैं !

अघ्घन १३ दिसम्बर १२ के ईदमिलादुन्नवी के तिहार मुसलिम भाई मन जोर सोर से मनाईन ! पुरा छत्तीसगढ़ एक दूसर ल ईद के बधाई लेईन अउ देईन !

पूस के कुड़कुड़ावत जाड़ हर सच म पावन पाख हे जेमा हमन ल अपन धरम,सुरक्छा,अधिकार के प्रति जागरुक होय के संदेस मिलथे ! ये धार ह अइसने नइ टूटै मिलकी मारत साठ पूस १ के १४ दिसम्बर के दिन उर्जा संरक्छन दिवस के रुप म जबर संदेस लेके आगे जोन हमला हमर भभिस के रक्छा करे के संदेस देथे ! उर्जा बचत करके भभिस ल घलो अंजोर राखे के गियान बांटिच ! आज के लकर लउहा जिनगी म बिजली के बड़ महात्तम हे बिजली बिना सरी दुनिया अंधियार हो जाथे , त हमला ये बचत करना बहुंते जरुरी हे !

देखते देखत पूस दिसम्बर के ओ दिन आगे जेन हमर छत्तीसगढ़ के राजकीय तिहार आय ये तिहार म सत,अहिंसा,छिमा, दया,करुना,परेम, परहित , मनखे ल मनखे लंग कोनो भेद नइ करे के, नारी ल सम्मान करे के, पसु उपर अत्याचार नइ करे के, संसार म मानवता बगराय के , समाजिक जागरिति के संगे संग अध्यात्म अउ धरम के जागरिति संदेस देथे ! पूस ५ के ये परब ल गुरुपरब के रुप म सिरोमनी गुरु घाँसीदास बाबा जी के जयंती १८ दिसम्बर के कारन मनाय जाथे जेमा सतगुरु जी के संदेस म जम्मे छत्तीसगढ़ झुमर झुमर के पंथी नाचथे अउ लहरत धौंरा पालो कस छत्तीसगढ़ के घट-घट ह पबरित हो जाथे ! येकर थोकिन दिन के बाद २४ दिसम्बर ल सरकार ह गिराहिक दिन घोसित करे हे जेमा गिराहिक मन के लाभ हानि के जानकारी दे जाथे अउ उपभोगता ल सजग होय के बात जगा जगा सुने ल मिलथे ! चार पाहर रात बितिच दूसर दिन २५ दिसम्बर के क्रिसमस डे आईस क्रिसमस हर पुरा संसार म बहुंते देस म मनाय जाथे , जेला छत्तीसगढ़ म हमर क्रिसचन भाई बहिनी मन धूम धाम ले मनाईन पुरा छत्तीसगढ़ क्रिसमस मनाय के बाद नवा बछर के आवभगत म लग गे ! नवा नवा कपड़ा लत्ता , बिसाइ चालू होइस, मिठाई,फटाखा, छप्पन भोग , कतको अपन परवार सहिंत कोनो चिड़िया घर घुमें जाय के तैयारी म लगे हें त कोनो , कोनो जगा के नदिया, मंदिर,धाम यातरा सबे जगा घुमें के तइयारी में लगे हें ! कतको जगा नाचा गम्मत के तइयारी हे त कोनो जगा कवि सम्मेलन के पुरा व्यवस्था चलत हे ! पूस १२ सुक्ल/रोहनी के ६ दिन बाद लकर धकर नवा बिहान लेके पूस सुक्ल ३ सरवन के नवा बछर लग गे आज पुरा संसार के संगे संग हमर भारत देस अउ हमर छत्तीसगढ़ घलो नवा बछर के आवभत म लगे हे सबला नवा बछर के बधाई देवत हें ! नवा बछर के बधाई अखबार, टीबी, सोसल मिड्या मन म सब एक दूसर ल देवत हें अउ लेवत हें !

नवा बछर के इतिहाल ल थोकिन आवव झांक लन …

बुड़ती(पश्चिमी) नवा साल के तिहार ४००० बछर पहिली बेबीलोन में मनात रहिन ! फेर वो बेरा म नवा बछर के तिहार ल २१ मार्च के मनात रहिन , जेन हर बसंत रितु के आगमन के दिन घलो आय !
निच्चट तइहा रोम के तानासाह जूलियस सीजर ह ईसा पहिली ४५ वे बछर मं जब जूलियन कलैंडर चालू करिस वो बखत दुनिया म पहिली बार १ जनवरी के नवा साल के तिहार मनाईन ! अईसन करे बर जूलियस सीजर ह पाछू बछर यानि ईसा पहिली ४६ इस्वी ल ४४५ दिन म बांट दिस !
हिब्रू नवा बछर :- हिब्रू मान्यता के अनुसार बिधाता हर दुनिया ल सात दिन म बनाईस ! इही सात दिन के गढ़े के बाद नवा बछर मनाय जाथे ! ये दिन ग्रेगरी के कलैंडर के अनुसार ५ सितम्बर ले ५ अक्टूबर के बीच आथे !
चीनी नवा बछर:- चीनी नवा बछर चीनी कलेंडर के अनुसार पहिली पाख के पहिली चंदा के दिन नवा बछर के रुप म मनाथैं ! ये हर अकसर २१ जनवरी ले २१ फरवरी के बीच परथे !

इसलामी नवा बछर :- इसलामी कलेंडर के नवा बछर मुहर्रम के दिन मनाय जाथे ! इसलामी कलेंडर पुरा पुरा चंदा के उपर अधारित होथे ! जेकर कारन एकर बारा महिना के चक्र ३३ बछर मं सुरुज कलेंडर ल एक बार घूम डारथे ! जेकर कारन नवा बछर चलागित ग्रेगरी कलेंडर म अाने-आने पाख म परथे !
भारतीय नवा बछर :- भारत अईसन देस हे जिहां अलग अलग बाखा बोली के अउ अलग अलग धरम मान्यता ल मानने वाला रईथें जे पाय के सबे सभियता वाले मन अपन अपन अनुसार से नवा बछर के खुसी मनाथैं ! भारत म अधिकतर नवा बछर के दिन ह मार्च अउ अप्रेल माने फागुन अउ चईत के दिन होथे ! हिंदू नवा बछर चईत नव रात्रि के पहिली दिन मनाय जाथे !

पंजाब म नवा बछर बइसाखी नाम ले १३ अप्रेल के मनाथैं ,सिख नानकसाही कलेंडर के अनुसार!
१४ मार्च होला तिहार होथे इही दिन के तिर तखार म बंगाली अउ तमिल नवा बछर घलो होथे ! तेलगु नवा बछर मार्च अप्रेल के बीच म आथे , आंध्रप्रदेस म एला उगादी कइथैं , एहर चईत पाख के पहिलिच दिन म मनाय जाथे ! तमिल म पोंगल १५ जनवरी के नवा बछर के रुप मं घलो मनाथैं !

कसमिरी कलेंडर वगेरह १९ मार्च के होथे ! महारास्ट्र म गुड़ी पड़वा के रुप म मार्च अप्रैल के महिना म मनाय जाथे ! कन्नड नवा बछर उगादी कर्नाटक के मन चइत पाख के पहिलीच दिन मनाथैं ! सिंधी नवा बछर चेडरी चंड उगादी अउ गुड़ी पड़वा एके दिन मनाय जाथे ! मदुरै म चईत पाख मं चित्रैय तिरुविजा नवा बछर के रुप म खुशी मनाथैं ! मारवाड़ी मन नवा बछर देवारी के दिन , गुजराती मन देवारी के दूसर दिन, जेन अक्टूबर या फेर नवम्बर मं आथे ! बंगाली नवा बछर पोहेला बइसाखी १४ या १५ अप्रेल के मनाथैं ! बुड़ती(पश्चिम) बंगाल अउ बांग्लादेस मं इही दिन मनाय जाथे ! सबे डहर नवा बछर के खुसी तिहार के रुप म अलग अलग बेरा म अलग अलग ढ़ंग ले मनाय जाथे ! फेर नवा बछर के आवभगत करे बर सब पहिली ले तईयार रइथैं !

आप सब ल हमर डाहर ले नवा बछर के गाड़ा-गाड़ा बधाई …

असकरन दास जोगी
ग्राम-डोंड़की,बिल्हा
मो. 9770591174