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गोठ बात

माटी के महिमा हे करसि के ठंडा पानी

जइसे-जइसे महीना ह आघु बढ़त हे, वइसने गरमी ह अउ बाढ़त जात हे, गरमी ले बांचे के खातिर सब्बो मनखे ह किसिम-किसिम के उपाय करथे, काबर के अब्बड़ गरमी म रहे ले स्वास्थ जल्दी खराब होथे, फेर अइसे गरमी के बेरा म अपन स्वास्थ के बढ़ धियान रखे ल लगथे, काबर के येहि बेरा म सूर्य देव के किरपा अब्बड़ रहिथे सब्बो परानी जीव जगत बर। अउ सूर्य देव के किरपा ले कोनो नइ बचें अब्बो बर बराबर किरपा करथे सूर्य देव ह। वइसे गरमी के बेरा हो चाहे अउ कोनो भी मौसम सब्बो बछर म परानी मन ल पानी अब्बड़ भाथे, पानी एक आइस चीज हे जेखर बिना ये जग म कोनो परानी जी नइ सके, जीव जन्तु मन बिन खाये रही सकथे फेर बिन पानी पिये नइ रहे सके, येहि पानी ह गरमी के दिन म अउ जादा उपयोगी हो जाथे, फेर गरमी म सबले जादा जरूरी ठंडा पानी रहिथे जेला सब्बो मनखे मन पिये ल खोजथे, गरमी के बेरा म ठंडा पानी पीये ले जी जुड़ा जाथे, ठंडा पानी पिये के सेती घरो-घर म इलेक्ट्रॉनिक फिरिज रखेथे, जेमा गरमी के दिन म पानी ठंडा रख सके तभो ले फिरिज के ठंडा पानी पिये ले मन ह नइ माने, उल्टा फिरिज के जादा ठंडा पानी पिये ले किसिम-किसिम के बीमारी घलोक होथे, तेखर सेती फिरिज के पानी ल सब्बो मनखे मन नइ पी सके, तेखरे सेती गरमी के दिन म ठंडा पानी पिये बर गरीब के फिरिज कहाये जाने वाला करसी के पानी ल पीना चाहि, माटी के मया म बने करसी ह पानी ल जुड़ाथे, संगे-संग मनखे के जीव ल घलोक जुड़ाथे । माटी के महानतम येहि म देखे ल मिलथे के अतका गरमी के दिन म सब्बो चीज ल तपथे तभोले करसी म रखे पानी ल ठंडा रहिथे, येखर बर कहिथे मोर माटी महान हे।
गरमी के दिन म करसि के पानी पिये ले कोनो रोग होये के डर घलोक नइ होवय, काबर के माटी ले मानुस बने हे वही माटी ले जग, जग बने जेन माटी ले वही माटी ले बने करसि।
छत्तीसगढ़िया मन करसि ल गरीब मनखे के फिरिज कहिथे , काबर के पानी ल जुड़ाये के संगे संग मनखे के मन घलोक जुड़ाथे करसि के पानी ह, करसि के पानी पिये ले माटी के गुन तको ह पता चलथे, कइसे अतना गरमी के बेरा म जेमा सब्बो चीज ल तपे ल लगथे तेन बेरा म करसि ह अतना ठंडा रहिथे अउ पानी ल घलोक ठंडा राखथे, येहि सब्बो गुन के खातिर माटी ले बने करसि के पानी ल गरमी के दिन म पीना चाहि।

माटी कहाये महान मोर, जग म हे गुन-गान।
माटी के बने तै मानुस, माटी के कर सम्मान।

अनिल कुमार पाली, तारबाहर बिलासपुर छत्तीसगढ़।
प्रशिक्षण अधिकारी आई टी आई मगरलोड धमतारी।
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