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कविता

मोर महतारी (मेरी माँ)

मोला दसना म सुता के
खोर्रा खटिया म सुतइया मोर महतारी
आज तैं ह
लकड़ी छेना के दसना म सुते हस
अपन दूनो आंखी ल मुंदे हस
जमो मया मोह ले तैं छोड़ देहे
हमन ले तैं मुंह ल मोड़ लेहे
ए मोर महतारी
कइसे भुलाहूँ…
नौ महीना कोंख म मोला तैं राखे
हमन करा सुख दुख ल तैं भाखे
जब आंखी ह खुलीस
त तोर कोरा म सुख ल पाएन
अंगना म बइठ के आनी बानी के गोठ ल गोठियाएन
आज ले सुरता हे….

गोरसी म सेंकना
अंगठी ल धर के रेंगना
तेल फुल के लगाना
ओनहा ल पहिराना
जाड़ के दिन म
अपन ह उघरा सुत के
हमन ल कथरी ल ओढ़ाना
अउ…

जब जांगर ह सिरागे
लोग लइका सबो छरियागे
आखरी बेर म दू बुंद पानी तको ल नइ पाय
घर छोड़ तीरीथ जाके परान ल गवांय
सब कहत हें, तोर दाई सीधा सरग ल जाही
कइसे बतावंव…

दाइ के नइ रहे ले
ए ओखर बेटा ह
अपन सरग ल गंवाही
एक दिन कही पारे रहेंव
दाइ मोला डर लागत हे
ते दिन ले
मोर दाइ ह जागतेच हे
सुते नइ हे
नइ थिरावत हे मोर आंसू के धार
कइसे भुलावंव ओर मया दुलार
कतको बछर नहाक गे
तभो ले…

मोर दाइ के सुरता…
ओकर लेहे
मोर चिनहा एदे चिरहा कुरता
सगो मोर आंखी के आघु म आवत हे
रोवत हे सरग म मोर दाइ
अउ एदे
महु ल रोवावत हे..
महु ल रोवावत हे….

डा. सुरेश तिवारी

Kavi Parichay

नाम डा. सुरेश तिवारी

जन्मतिथि 16 मार्च, सन् 1958

जन्मस्थान बिलासपुर छत्तीसगढ़

शिक्षा एम.ए. – हिंदी, अंगे्रजी, संस्कृत, समाजशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, लोक प्रशासन, ग्रामीण विकास (एमएआरडी), पीएचडी – समाजशास्त्र, एल.एल.बी., आयुर्वेद रत्न, डी.एड., बी.एड.

प्रकाशित कृतिया जीवनयात्रा (कविता संग्रह)- स्मृति प्रकाशन जगदलपुर
आओ सैर करें (बस्तर के पर्यटन स्थल) – स्मृति प्रकाशन जगदलपुर
नदी बोलती है (कविता संग्रह)- विश्वभारती प्रकाशन नागपुर
मा दंतेश्वरी (ऐतिहासिक)- विश्वभारती प्रकाशन नागपुर
टूटते बिखरते लोग (कहानी संग्रह)- विश्वभारती प्रकाशन नागपुर

संपर्क मेनरोड तोकापाल,
जिला बस्तर छत्तीसगढ़ 494442
मो. 09425596784, 09179114922,