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छत्तीसगढ़ के चार झन हिम्‍मती लइका मन ल मिलही 2016-17 के राज्य वीरता पुरस्कार

छत्तीसगढ़ के चार झन हिम्‍मती लइका मन ल मिलही 2016-17 के राज्य वीरता पुरस्कार
बृजमोहन अग्रवाल जी के अध्यक्षता म आयोजित राज्य वीरता पुरस्कार निर्णायक समिति के बैठक म निर्णय





रायपुर, 07 जनवरी 2017। राज्य वीरता पुरस्कार 2016-17 खातिर प्रदेश के चार बहादुर लइका मन ल चुह गए हे। कृषि मंत्री अउ राज्य वीरता पुरस्कार निर्णायक समिति के अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल जी के अध्यक्षता म आज इहां आयोजित समिति के बैठक म ये लइका मन के साहसिक कारनामा उपर विचार करे के पाछू उंकर चयन करिन। राज्यपाल बलराम दास टंडन जी ह ये लइका मन ल अवइया 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी रायपुर के पुलिस मैदान म आयोजित राज्य स्तरीय मुख्य समारोह म नगद पुरस्कार अउ प्रशस्ति पत्र प्रदान कर इमन ल सम्मानित करहीं। पुरस्कार खातिर चयनित लइका मन म कु. राधिका साहू पिता श्री ईश्वर लाल साहू, ग्राम परसदा पोस्ट सांकरा तहसील व जिला बालोद, चिरंजीव अथर्व श्रीवास्तव पिता श्री मनीष श्रीवास्तव, शिव सदन पुराना सिविल लाईन महासमुंद, कु. लक्ष्मी यादव, पिता श्री द्वारका प्रसाद यादव, गली नं. 4, शक्तिनगर रायपुर तथा चिरंजीव प्रभुराम मझवार पिता स्व. श्री सुख सिंह मझवार, ग्राम गुरमा, पो. चिर्रा, जिला कोरबा शामिल हें।

समिति के बैठक म छत्तीसगढ़ भवन अउ सन्ननिर्माण कर्मकार मंडल के उपाध्यक्ष सुभाष तिवारी जी, गृह विभाग के सचिव अरूण देव जी, सचिव महिला अउ बाल विकास डॉ. एम. गीता जी, कलेक्टर रायपुर ओ.पी. चौधरी जी, एन.सी.सी. स्टेट सेल छत्तीसगढ़ के विकास वर्मा जी, छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद के महासचिव डॉ. अशोक त्रिपाठी जी, संयुक्त सचिव श्रीमती इंदिरा जैन जी, प्रीतेश गांधी जी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती शीला शर्मा जी, सहायक प्रभारी अधिकारी बी.एस. तिवारी जी, अजय त्रिपाठी जी उपस्थित रहिन।

राज्य वीरता पुरस्कार 2016-17 खातिर चयनित लइका मन के प्रेरणादायक साहसिक कारनाम ये प्रकार ले हे:-

1. कु. राधिका साहू –
गहिर तरिया म बूड़त लइका ल बचाइस

ग्राम परसदा जिला बालोद निवासी कु. राधिका साहू, उम्र 17 वर्ष ह 28 जुलाई 2015 को गांव के तालाब म बर्तन मांजे गए रहिस हे। उहां के तरिया के गहराई अंदाजन 10 फीट हवय। तरिया के दूसरइया कोना म कुछ छोटे-छोटे लइका खेलत रहिन। एक लइका देवकुमार पिता चन्द्रशेखर उम्र 3 वर्ष खेलत-खेलत बिछल के तरिया म गिर गे अउ गहिर पानी म बूड़े लगिस। लइका ल बूड़त देख के कु. राधिका साहू ह तुरते निर्णय लेके लइका ल बचाये बर तरिया के गहिर पानी म कूद गे। अउ मउंड़ के लइका के तिर पहुंचिस त कु. राधिका ल वो लइका के पांव दिखीस, जेला धरके राधिका ह देवकुमार ल तरिया के गहिर पानी ले बाहिर निकालिस। देवकुमार के पेट म पानी भर गे रहिसे। देवकुमार कुछ बेहोश होए जइसे हो गए रहिस। राधिका ह तुरते सूझबूझ के परिचय देत लइका ल उल्टा पलटी करके वोकर पेट ले पानी बाहर निकालीस। थेकन समे पाछू देवकुमार ल होश आ गे। कु. राधिका ह देवकुमार ल लेके वोकर घर गईस अउ वोकर परिवार ल घटना के जानकारी दीस। कु. राधिका के हिम्‍मत अउ उदीम ले एक अनहोनी घटना होत-होत बच गए।





2. चिरंजीव अथर्व श्रीवास्तव
अथर्व ह वीरता ले अपह छोटे भाई वीर श्रीवास्तव के जीव बचाईस

घटना दिनांक 15 अप्रैल 2016 को दोपहर एक बजे शिवसदन पुराना सिविल लाईन महासमुंद निवासी श्री मनीष श्रीवास्तव के छोटे बेटा चिरंजीव वीर श्रीवास्तव, उम्र 2 साल, घर के पहिली मंजिल के स्टोर रूम म खेलत रहिस। खेलत-खेलत बालक वीर ह स्टोर रूम के दरवाजा ल भीतरी ले बंद कर डारिस। अड़बड़ समें तक वीर स्टोर रूम ले निकलह खातिर बंद दरवाजा ल खोले बर सरलग उदीम करिस। दरवाजा नइ खुलिस त वो ह जोर-जोर ले रोए लागिस। वो समय मनीष श्रीवास्तव के पिता अउ बड़े बेटा अथर्व श्रीवास्तव उम्र 7 वर्ष घर म रहिन। चिरंजीव अथर्व ह स्टोर रूम म अपन छोटे भाई के रोये के आवाज सुनके दौउड़त गइस अउ अपन दादाजी ल एकर जानकारी दीस। स्टोर रूम म बंद बालक वीर रोत-रोत कभू दरवाजे के तीर आतिस त कभू स्टोर रूम म रखे फ्रिज के तीर जावय। फ्रिज जुन्‍ना होए के खातिर ओमा ले बिजली के करंट लगे के घलव डर रहिस। ये स्थिति म अथर्व अउ उकर दादा ह मिलके स्टोर रूम के दरवाजा खोले के उदीम करे लगिन। दरवाजा अंदर ले बंद होए के कारण खुलत नइ रहिस। अथर्व के दादा ह तुरत येकर संदेसा अपन बेटा मनीष श्रीवास्तव ल दीस। वो तुरते घर पहुंचिस अउ खुद घलव दरवाजा खोले के उदीम करे लागिस। स्टोर रूम म जादा देर तक बंद रहे के कारण वीर श्रीवास्तव रोवत-रोवत थक गे अउ बंद दरवाजा के तीर ही सुत गइस।
ये परिस्थिति म परिवार के सदस्य बंद दरवाजा तोड़े खातिर बढ़ई बुलाए के बात करे लगिन। तभे अथर्व श्रीवास्तव ह अपन परिवार वाले मन ल सुझाव देवत कहिस के कहूं वोला कोनो प्रकार ले स्टोर रूम के रोशन दान तक पहुंचा दे जाए तो वो भीतरी कूदके दरवाजा खोल दीही अउ अपन छोटे भाई ल बचा लीही। वोकर परिजन मन अथर्व ल कइसनहो कर के रोशनदान तक पहुंचाइन। अथर्व रोशनदान ले भीतरी घुसर के छज्जा म पहुंचिस अउ उहां ले आठ फूट नीचे फर्श उपर कूदिस, त ओकर पांव लाग तको गए। अथर्व ह तुरते बंद दरवाजा ल खोलिस अउ अपन भाई वीर श्रीवास्तव ल सकुशल बाहर निकाल लाइस। ये तरह अथर्व श्रीवास्तव ह बहादुरी अउ सूझबूझ ले अपह छोटे भाई के जीव बचा लीस।





3. कु. लक्ष्मी यादव
बहादुर लक्ष्मी ह अपन आप ल खुदे अपहरणकर्ता मन के चंगुल ले छोड़ाइस अउ एक अपहरणकर्ता ल पकड़वाइस।

शक्तिनगर रायपुर के कु. लक्ष्मी यादव दू अगस्त 2016 के शाम 8 बजे अपन परोसी संगी श्री विक्के देवकर के संग गणेश नगर रस्‍दा म मोटरसाइकिल मेर खड़े होके बात करत रहीस। उही समय पार्वतीनगर के एक बदमाश अउ वोकर दू संगी उहां पहुंचके कु. लक्ष्मी यादव अउ वोकर संगी के संग गाली-गलौच करत मारपीट कर मोटरसाइकिल के चाबी जबरदस्ती छीन लीन। एकर बाद आरोपी अउ वोकर साथी कु. लक्ष्मी के अपहरण कर वोला मोटरसाइकिल म जबरदस्ती बइठाके अनजान जघा कोति ले जाए लगिन। कु. लक्ष्मी के संगी विक्के देवकर ह अपन आन संगी मन ल एकर संदेसा दीस। वो अउ ओकर संगी मन कु. लक्ष्मी ल खोजे लगिन। तीनों आरोपी मन लक्ष्मी यादव ल सुनसान इलाका के एक खाली प्लाट म ले गीन। तभे कु. लक्ष्मी ह हिम्‍मत देखात मोटरसाइकिल के चाबी निकाल लीस अउ अपन तीर रख लीस। आरोपी मन लक्ष्मी ल धरे के प्रयास करिन त वो ह आरोपी मन ल धक्का देके घटना स्थल ले भाग गइस अउ सीधा थाना पहुंचके ये घटना के जानकारी दीस। पुलिस के पेट्रोलिंग गाड़ी कु. लक्ष्मी ल संग लेके घटना स्थल लउहे पहुंच गए। कु. लक्ष्मी ह मोटर साइकिल के चाबी निकाल लेहे रहिस तेकर कारण आरोपी घटना स्थल ले भाग नइ पाए रहिन। पुलिस ह तुरते घेराबंदी करके पहली एक आरोपी ल पकडि़स। वोकर बाद वोकर दूनों संगी मन ल घलव पकड़ लीस। ये तरा बहादुर कु. लक्ष्मी यादव अपन हिम्मत ले अपहरणकर्ता मन के चुंगुल ले छूटके अपहरणकर्ता मन ल पकड़वाये म सफल होइस।





4. चिरंजीव प्रभु राम मझवार
भालू ले अपह भाई ल बचाइस।

कोरबा जिले के घना जंगल क्षेत्र के ग्राम गुरमा के 16 बछर के प्रभु राम मझवार के पराक्रम के कहानी वनवासि मन म हौसला जगाथे। हर साल फरवरी अउ मार्च महिना म भालु मन के हमला ले वनवासी मन के घायल होए के घटना अक्सर होवत रहिथे। ये दूनों महिना म मउहा म फूल आथे। वनवासी इही मउहा फूल ल सकेले खातिर जंगल जाथें। भालू घलव मउहा खाए ल जंगल ले निकलथें। घटना 29 मार्च 2016 के आए। बिहनिया 7 बजे ग्राम गुरमा के रहवइया स्व. श्री सुखसिंह मझवार के बेटा प्रभु राम मझवार अपन छोटे भाई सात साल के जोईधा मझवार के संग मउहा बिने गए रहिस। दूनों लइका मउहा बिनत रहिन। उही समय म जंगल ले एक भालू उहां आगइस। भालू ल देख के प्रभु राम मझवार मउहा के पेड़ उपर चढ़ गए। वोला देख के वोकर छोटे भाई घलव पेड़ उपर चढ़े लागिस, फेर वो ह चढ़ नइ पाइस। प्रभु राम मझवार ह अपन छोटे भाई जोईधा ल पेड़ उपर चढ़ाए खातिर अपन हाथ दीस अउ वोला ऊपर खींचे लगिस। उही समय भालू जोईधा के जेउनी पांव ल घर लीस अउ नीचे खींचे लागीस। ये देख के प्रभु राम पेड़ ले नीचे कूद गे अउ अपन छोटे भाई के जान बचाए खातिर अपन संग लाए टंगिया म भालू ल सरलग मारे लगिस। वो ह तब तक मारत रहिस जब तक भालू ह वोकर भाई ल छोड़ नइ दीस। वोकर बाद भालू उहां ले भाग गीस। भालू ह जोईधा के जेवनी पांव ल नोंच के जख्मी कर देहे रहिस, फेर वोकर बड़े भाई प्रभुराम के पराक्रम ले वोकर जान बांच गइस। भालू के भागे के बाद प्रभुराम अपन छोटे भाई जोईधा ल खांध म उठा के गांव ले आइस अउ घटना के सूचना गांव वाला अउ वन विभाग के कर्मचारी मन ल दीस। गांव वाला मन तुंरते 108 संजीवनी एक्सप्रेस ल बला के घायल जोईधा ल जिला अस्पताल कोरबा ले जा के इलाज कराइन। घटना के संबंध म गोठियावत प्रभुराम ह बताइस के घटना के समे वोला सिरिफ अपन छोटे भाई के चिंता रहिस। वोला भालू ले थोरको डर नइ लागिस।




कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी ह समिति के बैठक म राज्य वीरता पुरस्कार जीतइया लइका मन ल मिलइया नगद पुरस्कार के राशि ल बढ़ाए खातिर अधिकारी मन ल लएहे कार्रवाई करे बर कहिन। उमन कहिन के अइसे लइका मन के पढ़ई के खर्चा घलो राज्य शासन ह उठाही। अग्रवाल जी ह पुरस्कार खातिर चयनित लइका मन ल नया रायपुर, जंगल सफारी, पुरखौती मुक्तांगन, विधानसभा सहित आन जघा म घुमाए के निर्देश कलेक्टर रायपुर ल दीस।

One reply on “छत्तीसगढ़ के चार झन हिम्‍मती लइका मन ल मिलही 2016-17 के राज्य वीरता पुरस्कार”

गुड आप मन छत्तीसगढ़ के बेटा बेटी के हिम्मत हो आप मन ला बधाई *****

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