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कविता

तोर बोली कोयली जइसन हे

तोर बोली कोयली जइसन हे।
रेंगना डिट्टो मोना जइसन हे।

का बताँव मोर मयारू,
तोर आँखी मिरगीन जइसन हे।

बेनी गथाय करिया करिया,
दिखत घटा बादर जइसन हे।

तोर गाल हा मोर जोहि,
सिरतो गुलगुल भजिया जइसन हे।

तोर ओंठ के लाली हा गोरी,
लाल गुलाब जइसन हे।

तोर कतका करँव बखान जँवारा,
रूप हा राधा रानी जइसन हे।।

युवराज वर्मा “बरगड़िया”
साजा बेमेतरा
9131340315