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कविता

पानी हे जिंदगानी

कोनो तो समझ,
का चीज ये पानी ।
जिए के एक ठन चीज,
किथे ओला पानी।

गांव गली सड़क नाला,
झन बोहावव पानी ल।
जिए पिए के काम आहि,
ओ दीन मांगहू पानी ल।

पानी बिना हे बन ह सुन्ना,
चिरई चिरगुन उन्ना जी।
पानी बचाबोन नई बोहावन,
छोड़बो करनी जुन्ना जी।

एक दिन अईसे आही जी,
सबो परानी पछताबो जी ।
पानी बचबो पेड़ लगाबो,
तभे जिनगी ल पबो जी।

युवराज वर्मा
बरगड़ा (साजा)
जिला बेमेतरा
9131340315